नमस्कार दोस्तों आज की इस पोस्ट में हम बात करेंगे Keral Ki Rajdhani Kya Hai है और साथ ही केरल राज्य से संबंधित कुछ जानकारी आपको विस्तार से बताएंगे। जिसे पढ़ने के बाद आपके मन में केरल राज्य से संबंधित कोई Doubt नहीं बचेगा।
दोस्तों ऐसा कहा जाता है कि यदि भारत की खूबसूरती देखनी है तो आप दक्षिण भारत में जाकर देख सकते हैं जहां प्रकृति का नजारा देखने लायक होता है। यदि आप Keral Ki Rajdhani Kya Hai और यहां के पर्यटन स्थल के बारे में जानना चाहते हैं तो इस लेख को अवश्य पढ़ें।
केरल की राजधानी क्या है? Capital of kerala in Hindi
दोस्तों केरल की राजधानी थिरुवनंतपुरम (Thiruvananthapuram) है। थिरुवनंतपुरम भारत के दक्षिण में स्थित है और केरल राज्य की सबसे बड़ी नगरी भी है। यह नगर भारतीय उपमहाद्वीप के मलबार किनारे पर स्थित है और इसका नाम महाराजा रामा वर्मा द्वारा सन् 1795 में रखा गया था। थिरुवनंतपुरम एक महत्वपूर्ण शैक्षणिक और कला केंद्र भी है, जहां पर कई विश्वविद्यालय और संस्थाएं स्थित हैं।
केरल की राजधानी की जनसंख्या और क्षेत्रफल
थिरुवनंतपुरम की जनसंख्या केरल राज्य की सबसे बड़ी नगरी होने के बावजूद अपनी छोटी आकार के कारण सीमित है। जनगणना 2011 के अनुसार, थिरुवनंतपुरम की कुल जनसंख्या 752,490 है। इसके अलावा यह शहर केरल राज्य के उत्तरी तट से कुछ ही किलोमीटर दूर है। इसका कुल क्षेत्रफल 214.87 वर्ग किलोमीटर है। केरल राज्य की कुल जनसंख्या लगभग 3.5 करोड़ है जबकि कुल क्षेत्रफल लगभग 38,863 वर्ग किलोमीटर है।
केरल की राजधानी में पर्यटन स्थल
दोस्तों थिरुवनंतपुरम में कई पर्यटन स्थल हैं जो पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। कुछ लोकप्रिय पर्यटन स्थल जैसे श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर, नापियर म्यूजियम, शंकुमुखम बीच, कोवलम बीच, कापील टी हाउस और विष्णुविलासम ताल जैसे बहुत सारे पर्यटन स्थल तिरुवनंतपुरम में स्थित है।
केरल की राजधानी का इतिहास
केरल की राजधानी थिरुवनंतपुरम का इतिहास काफी बड़ा है। यह स्थान केरल के उत्तरी भाग में स्थित है और इसे दक्षिण का रोम कहा जाता है। थिरुवनंतपुरम का इतिहास लगभग 1000 ईसा पूर्व से भी पहले तक जाता है। इस स्थान का उल्लेख महाभारत में भी मिलता है।
थिरुवनंतपुरम का सबसे प्राचीन इतिहास महाबलिपुरम के राजा नरसिंह वर्मन द्वारा लिखित प्रसिद्ध काव्य “मनिमेखलायम” में मिलता है। माना जाता है कि महाबलिपुरम से थिरुवनंतपुरम का राजा पहले चिंगमन्न के नाम से जाना जाता था।
दोस्तों थिरुवनंतपुरम का विकास चेरा राजवंश के समय में हुआ। यहां राजा मर्तण्ड वर्मन और उसके पुत्र राजा रामा वर्मन ने उनकी राजधानी बनायीं थीं। राजा मर्तण्ड वर्मन ने थिरुवनंतपुरम के पास एक नया शहर बसाया था जो आज भी इस स्थान पर मौजूद है।
केरल की राजधानी की जलवायु
दोस्तों केरल की राजधानी थिरुवनंतपुरम में उष्णकटिबंधीय जलवायु होता है। यहां की गर्मी बहुत अधिक होती है जो अप्रैल से जून के महीनों में उत्तर भारत की तुलना में ज्यादा होती है। मानसून ऋतु के दौरान जो जून से सितंबर तक चलती है यहां बारिश अधिक होती है।
केरल की राजधानी में साल के महीनों में सबसे ज्यादा वर्षा जुलाई और अगस्त में होती है। साथ ही अक्टूबर से मार्च तक के महीनों में ठंडा मौसम रहता है। केरल की राजधानी का मौसम शांत होता है और यहां शांतिपूर्ण जलवायु होता है।
केरल की राजधानी में शैक्षणिक संस्थान
केरल की राजधानी थिरुवनंतपुरम एक शैक्षणिक केंद्र है जो विभिन्न स्तरों पर शिक्षा प्रदान करता है। कुछ महत्वपूर्ण शैक्षणिक संस्थान जैस अयुर्वेद केंद्रल रिसर्च इंस्टीट्यूट, सेंट्रल टीचर्स ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट, तिरुवनंतपुरम इंजीनियरिंग कॉलेज, थिरुवनंतपुरम कॉलेज ऑफ एंजीनियरिंग और केरल विश्वविद्यालय जैसी संस्थान केरल की राजधानी में स्थित है।
केरल की राजधानी की आर्थिक स्थिति
दोस्तों केरल की राजधानी थिरुवनंतपुरम एक विकसित शहर है जो उत्तर के राज्यों की तुलना में अधिक विकसित है। इसकी आर्थिक स्थिति भी बहुत मजबूत है। यह एक व्यवसायिक केंद्र है जिसमें विभिन्न क्षेत्रों में उद्योग हैं।
शहर में सेंट्रल बजार और चलचित्र नगरी पूरे राज्य में व्यापक व्यापार केंद्र हैं। वहाँ तेल, चाय, कॉफी, मसाले, सुविधाएं, पुस्तकें, खाद्य पदार्थ और वस्तुएं जैसे उत्पादों की विस्तृत विकल्प सूची होती है।
निष्कर्ष : Kerala ki rajdhani kya hai?
दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हमने आपको Keral Ki Rajdhani Kya Hai के बारे में संपूर्ण जानकारी आपके साथ साझा की है। हम उम्मीद करते हैं हमारे द्वारा दी गई जानकारी से आप संतुष्ट होंगे हमारे इस आर्टिकल को अपने दोस्तों तक अवश्य शेयर करें धन्यवाद।