सॉफ्टवेयर क्या है और इसका कार्य (What is Software in Hindi)

दोस्तों सॉफ्टवेयर एक प्रोग्रामिंग कोड का एक समूह होता है जिसका प्रयोग डिजिटल उद्देश्यों के लिए किया जाता है जिसका प्रयोग लैपटॉप, कंप्यूटर, स्मार्टफोन आदि में किया जाता है। यदि आप Software के बारे में ज्यादा जानकारी चाहते हैं तो आप इस लेख Software Kya Hai को जरूर पढ़ें।

दोस्तों जब हम एक दूसरे के पास मैसेज भेजते हैं तो वह भी एक सॉफ्टवेयर के जरिए ही होता है तो आइए अब बात करते हैं Software Kya Hai से जुड़ी जानकारी भी आपको इस आर्टिकल में देंगे।

सॉफ्टवेयर क्या है? (Software kya hai)

दोस्तों सॉफ्टवेयर एक कंप्यूटर तकनीक है जो कंप्यूटर प्रोग्रामों या एप्लिकेशन्स को विकसित, इंस्टॉल और संचालित करने में मदद करती है। सॉफ्टवेयर कंप्यूटर सिस्टम के अन्य भागों के साथ संचालित होता है जो इसे हार्डवेयर कहलाते हैं।

सॉफ्टवेयर कई प्रकार का होता है जैसे ऑपरेटिंग सिस्टम, एप्लिकेशन सॉफ्टवेयर, डेटाबेस सॉफ्टवेयर, गेम सॉफ्टवेयर, मलवेयर आदि। सॉफ्टवेयर विकसित करने के लिए अनेक तकनीकी भाषाएं जैसे C++, Java, Python आदि का उपयोग किया जाता है।

सॉफ्टवेयर के कार्य

दोस्तों सॉफ्टवेयर के कार्य के बारे में नीचे बताया गया है-

Programing 

सॉफ्टवेयर के साथ बनाया जाने वाला प्रोग्राम या कोडिंग, कंप्यूटर पर किसी Specified कार्य को करने के लिए इस्तेमाल होता है। इसके उदाहरण के रूप में एप्लिकेशन सॉफ्टवेयर, गेम सॉफ्टवेयर, ब्राउज़र, ऑपरेटिंग सिस्टम आदि शामिल होते हैं।

Design 

सॉफ्टवेयर डिजाइन का मतलब सॉफ्टवेयर के इंटरफेस का डिजाइन करना होता है। उदाहरण के लिए एक ब्राउज़र के डिजाइन में Users के अनुकूल रूप से वेब पेजों के लिए बटन और अन्य विकल्प शामिल होते हैं।

सॉफ्टवेयर को विकसित करने के लिए विकसित करने वाले व्यक्ति के पास अनुकूलित टूल्स और तकनीक होने चाहिए। उदाहरण के लिए एक सोफ्टवेयर को विकसित करने के लिए इंटीग्रेटेड डेवलपमेंट एनवायरनमेंट (IDE) का उपयोग कर सकता है जो कि एक विशेष तरह की सॉफ्टवेयर होती है जो बग्स को खाली होती है और समय को कम करने में मदद करती है।

सॉफ्टवेयर टेस्टिंग उन सभी कार्यों का समूह होता है जो सॉफ्टवेयर की गुणवत्ता और कार्यक्षमता का मूल्यांकन करते हैं। उदाहरण के लिए, सॉफ्टवेयर टेस्टिंग के जरिए सिस्टम खराबियों, सुरक्षा गड़बड़ियों या बग्स का पता लगाया जाता है जिससे उन्हें ठीक किया जा सकता है।

डिप्लॉयमेंट

दोस्तों सॉफ्टवेयर डिप्लॉयमेंट का मतलब यह है कि सॉफ्टवेयर को अंतिम Users तक पहुंचाने के लिए एक प्रक्रिया का उपयोग किया जाता है। उदाहरण के लिए अगर एक नई एप्लिकेशन विकसित की गई है तो उसे सर्वर पर Install करना और Users के लिए उपलब्ध कराना सॉफ्टवेयर डिप्लॉयमेंट का एक उदाहरण है।

सॉफ्टवेयर के प्रकार

दोस्तों Software के तीन प्रकार होते हैं जिनके बारे में आपको नीचे बताया गया है-

1. System Software

दोस्तों System Software एक प्रकार का सॉफ्टवेयर होता है जो कंप्यूटर सिस्टम को चलाने और संचालित करने में मदद करता है। इसका उपयोग Operating System, फर्मवेयर, Driver और अन्य संबंधित Software के साथ किया जाता है। जिसमे  Operatoring (Microsoft Windows, MacOS, Linux), फर्मवेयर सॉफ्टवेयर आते हैं।

2. Utility Software

दोस्तों यूटिलिटी सॉफ्टवेयर एक प्रकार का सॉफ्टवेयर होता है जो कंप्यूटर या अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण को संचालित करने और उनके उपयोग को सुगम बनाने में मदद करता है। यह सॉफ्टवेयर उपयोगकर्ता के लिए उपयोगी होता है और कंप्यूटर की गति, ताकत और सुरक्षा को बढ़ाता है। Users द्वारा सीधे इनस्टॉल किए जा सकते हैं और यह अक्सर ऑपरेटिंग सिस्टम के साथ बंडल किए जाते हैं।

3. Application Software

दोस्तों एप्लिकेशन सॉफ्टवेयर एक प्रकार का सॉफ्टवेयर होता है जो Users के विशिष्ट आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए डिज़ाइन किया गया होता है। यह सॉफ्टवेयर उपयोगकर्ता के द्वारा इस्तेमाल किया जाता है और अन्य सॉफ्टवेयर से अलग होता है जो सिस्टम के साथ संबंधित होते हैं।

एप्लिकेशन सॉफ्टवेयर विभिन्न क्षेत्रों में उपलब्ध होते हैं जैसे कि ऑफिस सॉफ्टवेयर (जैसे माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस), वेब ब्राउज़र (जैसे गूगल क्रोम, मोज़िला फायरफॉक्स), मल्टीमीडिया सॉफ्टवेयर (जैसे विंडोज मीडिया प्लेयर, एडोब फोटोशॉप), गेमिंग सॉफ्टवेयर आदि।

Software कैसे बनाये जाते हैं

दोस्तों किसी भी सॉफ्टवेयर को बनाना इतना आसान काम नहीं होता है परंतु यदि आप इस में रुचि रखते हैं तो आप इसे बहुत आसानी से कर सकते हैं और यह आपके लिए एक अच्छा करियर प्लान भी हो सकता है इसमें काम करने के लिए आपके पास एक बेहतरीन योजना का होना बहुत आवश्यक है जिसके अनुसार आपको अपना काम करना होता है।

दोस्तों सॉफ्टवेयर कई प्रकार के होते हैं इसमें सबसे पहले आपको अपनी रूचि के हिसाब से चुनना होता है जैसे Application Software, Gaming Software और Web Software आदि।

इसके बाद आपको प्रोग्राम लैंग्वेज की आवश्यकता पड़ती है जैसे  C++, Java, Python जैसी भाषाओं को सीख सकते हैं और सॉफ्टवेयर बना सकते हैं।

अपनी प्रोग्राम लैंग्वेज को चुनने के बाद आपको उन Source की आवश्यकता होती है जिनसे आप इन्हें सीख सकें। इसके लिए आप किताबों का सहारा भी ले सकते हैं प्रोग्रामिंग लैंग्वेज सीखने के लिए यूट्यूब के जरिए भी सीख सकते हैं और फिर अच्छे से किसी भी सॉफ्टवेयर को बना सकते हैं। 

निष्कर्ष

दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हमने आपको Software Kya Hai के साथ आपको सॉफ्टवेयर के प्रकार, सॉफ्टवेयर कैसे बनाया जाता है और सॉफ्टवेयर के कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी दी है। हम उम्मीद करते हैं हमारे द्वारा दी गई जानकारी से आप पूरी तरह संतुष्ट होंगे हमारे इस आर्टिकल को अपने उन दोस्तों तक अवश्य शेयर करें जो सॉफ्टवेयर क्या है के बारे में जानना चाहते हैं धन्यवाद।

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