क्या आप एक क्रिकेट प्रेमी है और क्रिकेट देखना पसंद करते है। क्रिकेट भारत में खेला जाने वाला एक काफी पॉपुलर खेल है क्रिकेट अपनी न्यायव्यवस्था और नियमों के लिए जाना जाता है,
जिसमें खिलाड़ी विभिन्न कारणों से खेल छोड़ देते हैं, और इसमें से एक स्थिति है ‘रिटायर्ड हर्ट’ (retired hurt). लेकिन क्रिकेट में ‘रिटायर्ड हर्ट’ क्या होता है?
रिटायर्ड हर्ट’ का मतलब क्या है?
क्रिकेट में, जब कोई बैट्समैन मैच के दौरान चोट लेता है, तो अंपायर उसे मेडिकल सहायता के लिए खेल फील्ड छोड़ने की अनुमति दे सकते हैं। इस निर्णय को ‘रिटायर्ड हर्ट’ कहा जाता है। यह खिलाड़ी की देखभाल के लिए होता है, जिससे उन्हें सही ध्यान मिल सके बिना उनकी टीम को नुकसान हो।
क्या रिटायर्ड हर्ट बैट्समैन फिर से खेल सकता है?
जी हां, एक रिटायर्ड हर्ट बैट्समैन जब फिर से खेलने की तय्यारी करता है, तो वह खेल में वापस आ सकता है। लेकिन कुछ नियम होती हैं। जिसके अनुसार, खिलाड़ी केवल विकेट गिरने पर ही खेल में वापस आ सकता है, पहले नहीं। वापस आने वाले बैट्समैन को रिटायर्ड हर्ट होने के लिए कोई जुर्माना नहीं होता है और वह खेल में फिर से शामिल हो सकता है।
क्या रिटायर्ड हर्ट होने के बाद वापस आने की कोई सीमा होती है?
रिटायर्ड हर्ट होने वाले बैट्समैन को वापस आने के लिए कोई निश्चित समय सीमा नहीं होती है। हालांकि, यह निर्णय अधिकतमतः चोट के प्रकार और गंभीरता पर निर्भर करता है, साथ ही खिलाड़ी की सुरक्षित तरीके से खेल जारी रखने की क्षमता पर भी।
अंतिम विचार
क्रिकेट ‘रिटायर्ड हर्ट’ एक बैट्समैन को चोट होने पर खेल से अस्थायी रूप से बाहर जाने की अनुमति देता है, जिससे उनकी देखभाल हो सके बिना उनकी टीम को कोई नुकसान न हो। जब वह फिर से तैयार होते हैं, तो वह बिना किसी सजा के खेल में वापस आ सकते हैं जो कि रिटायर्ड हर्ट होने के कार