आज के समय में यह जरूरी है कि हम अपने कंप्यूटर या लैपटॉप को वायरस से सुरक्षित रखें। ऐसे बहुत से सॉफ्टवेयर या हार्डवेयर आपको में मिल जाएंगे जिससे आप अपने कंप्यूटर या लैपटॉप से install करके उसे वायरस से सुरक्षित कर सकते हैं।
Firewall भी एक ऐसा ही सिस्टम या सॉफ्टवेयर है जो हमारे कंप्यूटर या लैपटॉप को वायरस से बचा के रखता है।अगर आपको Firewall के बारे में नहीं पता है? और आप भी जानना चाहते है कि Firewall क्या है? तो Firewalls के बारे में पूरी जानकारी पाने करने के लिए इस आर्टिकल को ध्यान से पूरा पढ़ें।
Firewall क्या है? Firewall in hindi
Firewall एक ऐसा सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन है जो हमारे कंप्यूटर या लैपटॉप को Malicious Virus या Unwanted or Destructive Files से बचाता है। यह हमारे कंप्यूटर में एंटीवायरस की तरह काम करता है। Firewall Hardware-based भी होता है और Software-based भी होता है।
Firewall अपने यूजर्स को 2-way Protection देता है। इसका अर्थ यह है कि अगर आपका Laptop/PC किसी नेटवर्क से connected है तो Firewall यह सुनिश्चित करता है कि बाहर की नेटवर्क से आपके Laptop/PC में कोई Malicious Virus ना आए और अगर आपके Laptop/PC में पहले से ही किसी प्रकार का Malicious Virus उपलब्ध है तो वह बाहर ना जाए। Firewall की सुविधा देने वाला सॉफ्टवेयर आपके Laptop/PC में या तो पहले से ही Downloaded होगा या आप इसके लिए कुछ Dedicated tools भी खरीद सकते हैं जैसे कि Router (रूटर)
firewall कितने प्रकार के होते है? – Types of firewall in Hindi
Firewall दो प्रकार के होते हैं। नीचे Firewall के दोनों प्रकार का संक्षिप्त वर्णन दिया हुआ है।
01. Packet Filtering
Packet Filtering Firewall को Private Network (प्राइवेट नेटवर्क) और Internet (इंटरनेट) के बीच में लगाया जाता है। Packet Filtering Firewall कुछ Set Of Instructions पर काम करता है। जो भी Set Of Instructions Packet Filtering Firewall को दिए जाते हैं वह Source Code, Destination address, Port number, Protocol को निर्धारित कर के दिए जाते हैं। अगर आप किसी Website का access चाहते हैं जो कि Malicious है तो Packet Filtering Firewall उसे पहले ब्लॉक कर देगा क्योंकि वह Website Firewall के Set Of Instructions को फॉलो नहीं करती।
02. Application Level Gateway
Application Level Gateway को Proxy Server के नाम से भी जाना जाता है। यह आपके Internal Network और Internet के बीच में दीवार की तरह काम करता है। Application Level Gateway को बहुत secure माना जाता है क्योंकि यह Source Code, Destination address, Port number, Protocol को तो check करता ही है इसके साथ-साथ यह Data को भी check करता है।
Firewall कैसे काम करता है?
Firewall हमारे कंप्यूटर के अंदर एक दीवार की तरह काम करता है। Internet और Internal Network के बीच में एक Barrier लगाता है जिससे Data Packets के द्वारा कोई भी Malicious Virus या Destructive file हमारे कंप्यूटर में ना आ पाए। जब भी हम इंटरनेट को कोई Request भेजते हैं तो उस Request का Reply हमें Data Packets के रूप में मिलता है।
इन Data Packets को कंप्यूटर में इंटर करने से पहले Firewall के Security Wall से गुजरना पड़ता है। जहाँ पर पहले से ही Allowed और Blocked वेबसाइट की category defined होती है। यहाँ से वही Data Packets गुर्जर सकते हैं जो trusted और authorized हो। अगर कोई भी वेबसाइट unauthorized है तो उसे Firewall वहीं पर ब्लॉक कर देगा और आपके सिस्टम में नहीं घुसने देगा।
Advantage of firewall in hindi – Firewall के फायदे!
1.Minimum Cost –
कंप्यूटर के अंदर हम अपने सारे महत्वपूर्ण files और documents रखते हैं। इन सारे files और documents को Firewall सिक्योरिटी प्रोवाइड करता है बहुत ही कम cost में।
2. Easy Installation –
कंप्यूटर में Firewall कि Installation बहुत ही आसान होती है। आप खुद से ही कुछ मिनटों में अपने कंप्यूटर के अंदर Firewall का software install कर सकते हैं। Windows और Mac के अंदर दो pre-installed Firewall मिलते हैं। आप चाहे तो Hardware Firewall भी खरीद कर अपने system से connect कर सकते हैं।
3. Improved Security –
अगर आप Firewall Router का इस्तेमाल करते हैं तो वह आपके Packet Filtering Firewall के सिक्योरिटी को और बेहतर करता है।
4. Protection –
यह आपके कंप्यूटर को Virus attack, Spyware और Hacking से सुरक्षा प्रदान करता है। कंप्यूटर के अंदर आपकी प्राइवेसी को भी सुरक्षित रखता है। बाहर से आने वाले Malicious Virus जो कि इंटरनेट ट्रैफिक से आते हैं उससे भी बचाता है।
Two-step authentication के जरिये अपने अकाउंट को और भी ज्यादा सिक्योर करने के लिए हमारी आर्टिकल जरुर पढ़े
Limitations of firewall in hindi – Firewall की कमियां
1.Degraded Performance –
जब आप Software-based firewall का इस्तेमाल करते हैं तो यह आपके कंप्यूटर Performance को low कर देता है। इसकी मुख्य वजह है बाहर से आने वाले ट्रैफिक की मात्रा बहुत ज्यादा होती है उसे analyse करने में सिस्टम का performance reduce हो जाता है।
2. Maintenance –
Firewall को maintain करना कई बार बहुत मुश्किल हो जाता है। Firewall को maintain करने का मतलब है कि आपको समय-समय पर नई policies को लागू करना होगा और पुरानी policies को भी ध्यान में रखना होगा।
3. Remove Firewall –
अगर आप कभी अपने system से Software based Firewall को हटाना चाहेंगे तो वह पूरी तरह से कभी भी नहीं हटते हैं।
4. False Firewall –
कुछ Firewall ऐसे भी होते हैं जो हमारे सिस्टम में आते तो है सिक्योरिटी देने के लिए लेकिन अपने साथ ही कुछ unwanted files लाते हैं जिससे हमारा स्टोरेज फुल हो सकता है। बहुत ऐसे Firewall भी हैं जो proper security नहीं देते।
5 Best Firewall for your computer – 5 सबसे अच्छे firewall
यहाँ पर हमने कुछ बेहतरीन Firewalls के नाम दिए हैं।
आप इनमें से कोई भी इंस्टॉल कर सकते हैं।
- Cisco
- SonicWall
- Check Point Next Generation Firewall
- WatchGuard Network Security
- Sophos XG Firewall
निष्कर्ष : Firewall क्या है? Firewall कैसे काम करता है
इस आर्टिकल में हमने Firewall और उससे जुड़े सभी महत्वपूर्ण बातों को जाना और समझा। हमने यह भी देखा कि Firewalls कितने प्रकार के होते हैं। Firewalls को install करने के क्या फायदे और नुकसान है और आखिर में हमने आपको पांच Firewalls के नाम बताए हैं। आप इनमें से कोई भी अपने इस्तेमाल में ला सकते हैं।
wah yrr kya explaination h iss blog mein……Amazing
Thankyou bro…